Topper Kaise Bane | टॉपर कैसे बनें

Topper kaise bane | टॉपर कैसे बनें आज के इस पोस्ट में हम इसी के ऊपर बात करने वाले हैं और इस पोस्ट के माध्यम से हम यह भी जानने वाले हैं कि क्लास में हमेशा टॉप कैसे करें और प्रत्येक विषय में ज्यादा अंक कैसे लाएं। 

हम जानते हैं कि हर क्लास में एक ही ऐसा विद्यार्थी होता है, जो हर बार परीक्षा में टॉप करता है और क्लास के अन्य विद्यार्थी चाहे कितनी भी कोशिश क्यों ना कर ले, वह हर बार इग्ज़ैम में टॉप करने वाले स्टूडेंट से आगे नहीं निकल पाते हैं। 

ऐसे में सभी छात्र यही सोचते हैं कि वह topper विद्यार्थी ऐसा क्या करता है कि हर बार टॉप करता है। हर क्लास में ऐसा एक दो ही छात्र होते हैं जो टॉप करते है, और बाकी छात्र उसके मुकाबले में बहुत पीछे रह जाता है। 

आज के इस लेख में हम जानने वाले हैं कि टॉपर कैसे बनें (Topper Kaise Bane) और टॉपर बनने के लिए क्या करे, ऐसा क्या पढ़ें और कैसे पढ़ें कि क्लास में टॉपर बन जाए आज इस लेख के माध्यम से हम इसी के ऊपर पूरा बत करने वाले हैं। 

Topper Kaise Bane | टॉपर कैसे बनें | टॉपर बनने के लिए टिप्स | Tips to Become a Topper | रात में कितने घंटे पढ़ना चाहिए? | सुबह कितने बजे से पढ़ना चाहिए? | 1 दिन में कितने बार पढ़ना चाहिए? | क्या पूरे दिन पढ़ना ठीक है
Topper Kaise Bane | टॉपर कैसे बनें

आपलोग इस लेख को पूरा पढ़ें ताकि आपको topper बनने से संबंधित सभी बातों को अच्छे से समझ आए और आप भी अपने क्लास में हर बार टॉप करो। 

Topper बनने से पूरी क्लास में आपका नाम इज्जत के साथ लिया जाएगा और इस विशेष उपलब्धि की वजह से आपके मां पिता का नाम रौशन होगा। टॉपर होने का मतलब ही यही है कि आप पढ़ने में काफी तेज है और आप क्लास के अन्य विद्यार्थियों से ज्यादा बुद्धिमान है। 

स्कूल या कॉलेज में Topper बनने से हो सकता है कि अपनी पढ़ाई करने के लिए आपको स्कॉलरशिप भी मिल सकता है और भी बहुत प्रकार कि सुविधा भी मिल सकता है तथा प्रत्येक टीचर के फेवरेट स्टूडेंट बन के रहेंगे। 

Topper Kaise Bane | टॉपर कैसे बनें

अक्सर छात्रों के मन में यह सवाल रहता है कि टॉपर बनने के लिए बहुत सारी पढ़ाई करनी पड़ती है अर्थात दिन में 10 से 12 घंटे पढ़ाई करनी पड़ती है तभी जाकर कोई छात्र टॉपर बन सकता है।

लेकिन आज मैं आप लोगों को एक बात बता देना चाहता हूं कि ऐसी बातें बिल्कुल भी गलत है क्योंकि बहुत जगह ऐसा देखा गया है कि दिन में 10 से 12 घंटे पढ़ने वाले छात्र टॉपर नहीं रहते हैं लेकिन 4 से 5 घंटे पढ़ने वाले छात्र को टॉपर देखा गया है।

यदि आप भी यही सोचते हैं तो आप यह भ्रम अपने मन से निकाल दें कि टॉपर बनने के लिए दिन में 10 से 12 घंटे पढ़ने पड़ते हैं। आपको यह बता दें कि टॉपर बनने के लिए बस ध्यान से पढ़ना जरूरी है ज्यादा समय तक पढ़ना जरूरी नहीं है।

टॉपर बनने के लिए आप जिस विषय की पढ़ाई करते हैं उसको अच्छे से समझने का जरूरत है क्योंकि अगर आप ज्यादा नंबर लाने के चक्कर में रट्टा मार कर पढ़ाई करेंगे तो आप टॉपर नहीं बन सकते हैं।

आपको किताब की बातों को अच्छे से समझना पड़ेगा यदि आप अच्छे से समझ गए तो वह आप जिंदगी भर कभी नहीं भूलेंगे लेकिन यदि आप रट्टा मार के याद किए हैं तो वह एक-दो दिन के बाद सब कुछ भूल जाएंगे।

ऐसी स्थिति में आपका समय का भी नुकसान होता है और आपका पढ़ाई का भी नुकसान होता है और उस समय आप परीक्षा नजदीक आते-आते घबरा जाते हैं और यही घबराहट आपको टॉपर होने से वंचित कर देते हैं।

आज मैं आप लोगों को टॉपर बनने के कुछ सीक्रेट ट्रिक के बारे में बताऊंगा जिसको आप लोग फॉलो करके अपने स्किल को बढ़ा सकते हैं और टॉपर बनने के चांसेस को पा सकते हैं।

तो आइए अब हम लोग टॉपर बनने के कुछ टिप्स और ट्रिक्स के बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि किस प्रकार से पढ़ाई करने से हमें ज्यादा समझ में आएगा और कम समय में ज्यादा हम पढ़ाई कैसे कर सकते हैं जोकि निम्नलिखित है।

टॉपर बनने के लिए टिप्स (Tips to Become a Topper)

टॉपर बनने का मतलब है कि चुनौतियों का सामना करना एक छात्र तभी टॉपर बन सकता है जब वह चुनौतियों का सामना करता है तथा अपने क्लास में दूसरे बच्चों से अपना कंपेयर करता है।

ऐसे में टॉपर बनाना कोई मुश्किल काम नहीं है लेकिन फिर भी एक टॉपर बनने के लिए आपको बहुत मेहनत करना पड़ता है क्योंकि अपने क्लास में सभी टॉपर बनना चाहते हैं इसलिए आपको मेहनत तो करना ही पड़ेगा।

नीचे आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं जिसे आप फॉलो करके एक टॉपर बन सकते हैं और अपने क्लास में सबसे तेज स्टूडेंट्स में से एक बन सकते हैं।

  1. अपना क्लास रेगुलर करें
  2. पढ़ने का एक टाइम टेबल बनाएं
  3. पढ़ाई के लिए नोट्स बनाएं
  4. कंसेप्ट को अच्छे से समझें
  5. रेगुलर प्रैक्टिस करें
  6. खुद का एक प्रैक्टिस सेट बनाएं
  7. कमजोर विषय पर ज्यादा ध्यान दें
  8. पढ़ाई में बाधा डालने वाली चीजों को दूर रखें
  9. पढ़ा हुआ चीज को दोबारा पढ़ें
  10. पढ़ाई में कंस्ट्रेंट करें

ऊपर दिए गए सभी टिप्स को विस्तार से नीचे व्याख्या किया गया हैं आप उन सभी टिप्स को अच्छे से पढ़े ताकि आपको ठीक से समझ में आ जाए और आप उसको फॉलो करके एक टॉपर स्टूडेंट बन सके।

अपना क्लास रेगुलर करें

क्लास रेगुलर करने से मतलब यह है कि आप अपना क्लास रेगुलर अटेंड करें और क्लास में पढ़ाई गए सभी विषयों को या सभी प्रश्नों को अच्छे से समझाएं और जहां नहीं समझ में आए वहां तुरंत पूछें।

अक्सर यह देखा जाता है कि जो कुछ नहीं समझ में आता है क्लास में वह फिर से शिक्षक को नहीं पूछा जाता है क्योंकि वहां बहुत सारे स्टूडेंट्स रहते हैं और इसी वजह से पूछने में शर्म आ जाता है।

लेकिन आपको शर्माना नहीं है यदि आप एक टॉपर बनना चाहते हैं तो किसी भी प्रकार का प्रश्न आपके मन में यदि आ रहा है तो तुरंत आप अपने शिक्षक को पूछें।

लोग क्या कहेंगे और सामने वाले स्टूडेंट क्या कहेंगे इसकी फिक्र छोड़ कर आप अपने मन में आए हुए सवालों को तुरंत पूछें और जब तक आपके सवालों का जवाब नहीं मिल जाए तब तक आप उस पर सवाल करते रहें और अपने शिक्षक से पूछते रहे।

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पढ़ने का एक टाइम टेबल बनाएं

आप अपने पढ़ाई का एक टाइम सेट करना है कि आपको उस टाइम में क्या पढ़ाई करनी है और कितनी देर तक पढ़ाई करनी है इससे आप उस टाइम में पढ़ाई कर सकते हैं।

टाइम टेबल बनाने से बहुत सुविधा आपको मिल सकती है जैसे कि आप प्रत्येक विषय का अलग-अलग टाइम सेट कर सकते हैं तथा प्रैक्टिस का भी एक अलग टाइम सेट कर सकते हैं।

जिस विषय में आप ज्यादा कमजोर है उस विषय को ज्यादा टाइम देकर आपको पढ़ाई कर सकते हैं और उस विषय को अच्छे से समझ सकते हैं।

आपकी हमेशा यह कोशिश रहनी चाहिए कि आप जो टाइम टेबल सेट कर रहे हैं उस टाइम टेबल के अनुसार आप खुद को ढाल पाएं।

अक्सर ऐसा देखा जाता है कि टाइम टेबल तो सेट करने वाले कर लेते हैं लेकिन उसे फॉलो नहीं कर पाते हैं तो ऐसा बिल्कुल भी आपको नहीं करना है अब वैसा ही टाइम टेबल सेट कीजिए जिसको आप फॉलो कर पाए।

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पढ़ाई के लिए नोट्स बनाएं

आपको पढ़ाई के लिए नोट्स बनाना चाहिए इससे दो फायदे होते हैं सबसे पहला फायदा कि आपका एक नोट्स भी तैयार हो जाते हैं और दूसरा फायदा कि आप जब नोट्स बनाते हैं तब आपका रिवीजन भी हो जाता है।

नोट्स बना के रखना पर आप किसी भी प्रश्न में कभी अटक जाए तो आप उस नोट को देखकर इस प्रश्न को समझ सकते हैं और नोट्स के एक और फायदे बहुत बड़े हैं जोकि आपको उसे कभी भी देख सकते हैं।

आप एक छोटे-छोटे पेपर में अभी नोट्स बना कर रख सकते हैं और उस नोट्स को अपने पैकेट में रख सकते हैं ताकि कभी भी आपके मन में किसी भी प्रकार का सवाल आए तो आप नोट्स को निकाल के आंसर जान सकते हैं।

आपको प्रत्येक सब्जेक्ट का नोट्स बनाना चाहिए और उसे पर डे एक टाइम टेबल के हिसाब से टाइम सेट करना चाहिए कि किस समय आपको नोट्स बनाना है इससे आपका प्रैक्टिस भी जारी रहेगा और नोट्स भी तैयार रहेगा।

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कंसेप्ट को अच्छे से समझें

जब भी क्लास में किसी भी सवाल को पढ़ाया जाता है या बताया जाता है तो उस सवाल को सिर्फ अपने कॉपी में उतारना नहीं है उसके कंसेप्ट को समझना है और उसके कंसेप्ट को समझने में यदि कहीं भी दिक्कत आए तो तुरंत अपने शिक्षक को पूछना है।

जैसे ही तुरंत आप अपने शिक्षक को पूछते हैं तो वह कंसेप्ट आपको तुरंत क्लियर हो जाता है और यदि आप तुरंत नहीं पूछते हैं तो बाद में आपको भूल जाते हैं कि आपको क्या पूछना था।

इसलिए जब भी आपको समझ में नहीं आए तुरंत आप अपने हाथ खड़ा करके अपने शिक्षक को पूछा कि इस जगह पर मुझे समझने में दिक्कत हो रही है आपकी शिक्षक आप को समझाने में पूरी मदद करेंगे।

एक बार कंसेप्ट को अच्छे से समझ जाने के बाद आप उसे लाइफ टाइम में कभी भी नहीं खोलते हैं और कभी भी वैसा सवाल आपके पास आता है तो आप बना देते हैं जो एक टॉपर की सबसे अच्छी पहचान है।

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रेगुलर प्रैक्टिस करें

अपने टाइम टेबल के हिसाब से आप रेगुलर प्रैक्टिस करें और अपने टाइम टेबल में इसका भी एक समय निर्धारित करें कि आपको किस समय प्रैक्टिस करना है।

प्रैक्टिस करने से मतलब यह है कि आपको कुछ नया चीज उस समय नहीं पड़ना है उस समय आपको सिर्फ पुराने पढ़े हुए सवालों को या पुराने पड़े हुए क्वेश्चंस को दोबारा से पढ़ना है।

जब आप रेगुलर प्रैक्टिस करते हैं तो आप कभी भी उन सवालों का आंसर नहीं भूलते हैं जो कि आपने पहले पढ़ी हुई है वह आपका हमेशा दिमाग में चलते रहता है।

पर जब आपके दिमाग में हमेशा सही आंसर चले तो अब कभी भी इस क्वेश्चन का जवाब दे सकते हैं चाहे वह आपसे कभी भी सवाल पूछे एग्जाम में हो चाहे ऐसे क्लास में जो कि एक टॉपर की सबसे अच्छी पहचान होती है।

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खुद का एक प्रैक्टिस सेट बनाएं

रेगुलर प्रैक्टिस करने के साथ-साथ आपको एक प्रैक्टिस सेट भी बनाना चाहिए इससे यह होगा कि आपके प्रैक्टिस सेट से किसी भी प्रकार का सवाल आपको कभी भी मिल सकता है।

और यह बात तो हमेशा ध्यान रखें कि प्रैक्टिस सेट उसी क्वेश्चंस या सवालों का बनाना है जिसका आपने पहले पढ़ाई की हुई है।

इससे यह होगा कि आप कभी भी किसी पढ़े हुए सवालों को समझने में दिक्कत होगी या नहीं समझ पाएंगे तो प्रैक्टिस सेट को तुरंत निकाल कर आप देख सकते हैं कि कहां पर आप को समझने में दिक्कत है।

और जब एक बार आप इस दिक्कत को समझ जाएंगे तो फिर दोबारा आपको वह दिक्कत फिर कभी नहीं आएंगे।

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कमजोर विषय पर ज्यादा ध्यान दें

आपको अपने कमजोर विषय को ढूंढना पड़ेगा और उस कमजोर विषय में ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा, कमजोर विषय में ज्यादा ध्यान देने पर फायदा यह होगा कि किसी भी विषय में आप कमजोर नहीं रहेंगे और सब विषय में आपका सामान कंसेप्ट रहेगा।

आप एक लिस्ट बना लें कि किस किस विषय में आपको ज्यादा दिक्कत होती है और किस विषय में आप ज्यादा कमजोर हैं और उस विषय का एक अलग से समय निकालकर उस विषय पर ज्यादा फोकस करके आप उस पर पढ़ाई करें।

यह करने से आपका सभी विषय में समान जानकारी होगा और सभी विषय में आप एक टॉप के स्टूडेंट रहेंगे।

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पढ़ाई में बाधा डालने वाली चीजों को दूर रखें

यह एक सबसे बड़ी विशेषता है कि आप पढ़ाई में बाधा डालने वाली चीजों को हमेशा अपने से दूर रखें जैसे कि मोबाइल से भी या किसी भी प्रकार के ऐसी चीजें जो आपकी पढ़ाई में बाधा डालते हो।

यदि आप मोबाइल अपने पास रख कर पढ़ाई करते हैं तो हो सकता है पढ़ते पढ़ते मोबाइल में मैसेज आ जाए या कॉल आ जाए जिससे आपका माइंड डिस्टरबेंस हो जाए तो ऐसी स्थिति में आपको मोबाइल को अपने पास नहीं रखना है और ऐसे ही पढ़ाई करनी है।

एक यही बात दूसरे भी ऐसी चीजों में होती है जैसे की टीवी आपको टीवी के पास में बैठकर नहीं पढ़ाई करनी है पढ़ाई आप एक शांत जगह पर करें जहां आपको कोई भी परेशान ना करें।

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पढ़ा हुआ चीज को दोबारा पढ़ें

हाथी सभी विषय की पढ़ाई करते हैं या पढ़ाई कर चुके हैं या जो भी क्वेश्चंस का पढ़ाई किए हुए हैं उसका पढ़ाई आप दोबारा से करते रहे इसका भी एक टाइम सेट करें।

इससे यह होगा कि आप जो भी चीज पड़े हुए हैं वह दोबारा कभी नहीं बोलेंगे और वह आपके माइंड में हमेशा चलता रहेगा और आपको हमेशा याद रहेगा।

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पढ़ाई में कंस्ट्रेंट करें

आपको हमेशा पढ़ाई में constraint करना चाहिए यदि आप पढ़ते-पढ़ते बोर हो गए हैं तो आप 5 या 10 मिनट के लिए बाहर घूमने चले जाएं और माइंड फ्रेश करने के बाद फिर से आप अपने पढ़ाई पर ध्यान दें।

जब भी आप पढ़ाई करें आपका पूरा ध्यान पढ़ाई पर होना चाहिए ना कि आपके दिमाग में कुछ और चलते रहना चाहिए यदि आपका ध्यान पूरा पढ़ाई पर है तो आप किसी भी सवाल को तुरंत समझ सकते हैं।

लेकिन यदि आपका ध्यान कहीं और है और आप पढ़ाई कर रहे हैं तो आप उस सवाल को नहीं समझ सकते और जल्दी समझ भी जाते हैं तो कुछ ही समय में आप वह सवाल को फिर से भूल जाते हैं।

ऊपर दिए गए सभी टिप्स को आप ध्यानपूर्वक पढ़ें जिससे आप यह जान सके कि एक टॉपर छात्र कैसे बन सकते हैं और आप अभी एक टॉपर छात्र बन सके।

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रात में कितने घंटे पढ़ना चाहिए?

ज्यादा रात तक पड़ने पर हमारे मानसिक संतुलन बिगड़ सकता है क्योंकि यदि हमारे दिमाग को आराम नहीं मिले तो हमारी फिजिकल स्थिति सही नहीं रह पाती है।

रात में पढ़ाई तो जरूर करनी चाहिए लेकिन ज्यादा रात तक पढ़ाई करनी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है इसलिए मैं यह बताना चाहूंगा कि आप रात में 9:00 से 10:00 बजे रात तक पढ़ाई करें।

इससे ज्यादा देर तक पढ़ाई करने पर आपको सुबह उठने में भी दिक्कत हो सकती है और यदि सुबह भी आप जबरदस्ती उठते हैं तो आपकी मानसिक संतुलन बिगड़ सकती है।

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सुबह कितने बजे से पढ़ना चाहिए?

वैसे तो सुबह आपको 3:00 से 4:00 से के बीच पढ़ाई स्टार्ट करना चाहिए क्योंकि सुबह का समय याद करने का सबसे अच्छा समय होता है।

इस समय माइंड आपका पूरा फ्रेश रहता है और आप जो भी कुछ पढ़ाई करते हैं वह आपके माइंड को जल्दी से समझ कर लेता है, इसलिए यह समय अच्छा माना जाता है।

सुबह का समय इसलिए भी अच्छा माना जाता है क्योंकि इस समय कहीं भी ज्यादा हल्ला गुल्ला नहीं होता है और चारों तरफ शांत माहौल रहता है।

आप सुबह 6:00 बजे तक पढ़ाई कर सकते हैं और सुबह का समय आप अच्छे विषयों को पढ़ने में लगाएं सुबह 2:00 से 3:00 घंटा प्रत्येक दिन आपको पढ़ना चाहिए।

एक बात ध्यान दें कि सुबह पढ़ाई करते समय आपको नींद बहुत ज्यादा आएगी तो आप सुबह वैसे विषयों को पढ़ें जो बोरिंग नहीं हो और जिस विषय को पढ़ने में आपको मजा आए।

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1 दिन में कितने बार पढ़ना चाहिए?

आप 1 दिन में कितने बार पढ़ते हैं यह मैटर नहीं करता है आप 1 दिन में कितना पढ़ते हैं मेटर करता है, इसलिए आपको हमेशा पढ़ाई पर ध्यान देना है कितनी बार पढ़ें इस बात पर ध्यान नहीं देना है।

ऐसे आप चाहें तो सुबह 2 से 3 घंटा तथा रात में 3 से 4 घंटा और उसके बाद दिन में आप तीन से चार घंटा तक पढ़ाई कर सकते हैं।

पढ़ते टाइम आप हमेशा यह ध्यान रखें कि यदि आपको पढ़ाई में मन नहीं लगने लगे तो आप जबरदस्ती की पढ़ाई ना करें क्योंकि जबरदस्ती की पढ़ाई आपके दिमाग में नहीं जाती है।

जब भी आप को पढ़ते समय माना नहीं लगने लगे तो आप पढ़ाई छोड़ कर कहीं बाहर 5 या 10 मिनट के लिए घूमने चले जाएं उसके बाद फिर से आप आ कर पढ़ाई करें।

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क्या पूरे दिन पढ़ना ठीक है

पूरे दिन लगातार पढ़ना तो सही नहीं हो सकता है क्योंकि दिमाग को रेस्ट करने की भी जरूरत होती है इसलिए आप पूरे दिन पढ़ाई नहीं करें बीच-बीच में दिमाग को रेस्ट करने के लिए भी छोड़े।

आप चाहे तो दिन भर पढ़ भी सकते हैं लेकिन ध्यान रहे थे आपके पढ़ाई से आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर कोई असर ना हो नहीं तो लेने का देने भी पड़ सकता है।

पढ़ाई करते समय आप बीच-बीच में कभी 10 मिनट 15 मिनट के लिए अपने दिमाग को रिश्तेदार इससे आप दिन भर पढ़ाई भी कर सकते हैं और अपना दिमाग को रेस्ट भी दे सकते हैं।

इससे यह होगा कि आपका किसी प्रकार की हानि नहीं होगी आप पढ़ाई भी कर सकेंगे और शारीरिक स्वास्थ्य को भी अच्छे रख सकेंगे तथा मानसिक स्वास्थ्य को भी अच्छे से मेंटेन कर पाएंगे।

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CONCLUSION :- Topper kaise bane (टॉपर कैसे बनें)

आपके इस लेख के माध्यम से हमने बताने का कोशिश किया है कि टॉपर कैसे बनें (Topper kaise bane) और इससे संबंधित सभी प्रकार के सवालों का भी जवाब इस लेख में दिया गया है।

आज का यह लेख टॉपर कैसे बनें (Topper kaise bane) जिसको अच्छे से बताने का कोशिश किया गया है और यह उम्मीद करता हूं कि आपको यह लेख बहुत पसंद आया होगा।

आप लोग जरूर बताएं कि आज का यह लेख आप लोगों को कैसा लगा और यदि इसके बाद भी आपके मन में किसी प्रकार का सवाल या सुझाव हो तो आप कमेंट बॉक्स में अपना कमेंट कर सकते हैं।

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