M.Ed कितने साल का कोर्स है? (M.Ed kitne saal ka course hai) (Duration of M.Ed Course) आपके इस लेख के माध्यम से हम जानने वाले हैं और M.Ed से संबंधित कई सारे लोगों का पूछा गया सवाल आज हम इस लेख में जानेंगे।
अधिकतर छात्र m.Ed कोर्स को शिक्षक बनाने के लिए करते हैं लेकिन आपको बता दें कि शिक्षक बनने के लिए m.Ed कोर्स होता है लेकिन इसके अलावा भी आप कई सारे अच्छे क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं इस कोर्स को करने के बाद।
M.Ed का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ एजुकेशन होता है इस कोर्स को अप b.Ed कोर्स को करने के बाद कर सकते हैं इस कोर्स में एक शिक्षक से जुड़े कौशल को बारीकियों से पढ़ाया जाता है।
M.Ed कोर्स को यदि कोई करना चाहता है तो वह सबसे पहले b.Ed कोर्स को कर लें क्योंकि b.Ed कोर्स को करने के बाद ही m.Ed कोर्स को कर सकते हैं।
ऐसे में बहुत सारे छात्र b.Ed कर चुके हैं और वह m.Ed करना चाहते हैं और बहुत सारे छात्रों का यह सवाल है कि M.Ed कितने साल का कोर्स है? (M.Ed kitne saal ka course hai) (Duration of M.Ed Course)।
तो चलिए आज के इस लेख के माध्यम से हम यह जान आते हैं और साथ ही m.Ed से संबंधित कई सारे सवालों का जवाब भी जानेंगे तो आप इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े ताकि आपको सभी प्रकार की जानकारी अच्छे से समझ में आ जाए।
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M.Ed कितने साल का कोर्स है? (Duration of M.Ed Course)
M.Ed कोर्स 2 वर्ष का होता है जिसमें 4 सेमेस्टर होते हैं और प्रत्येक 6 महीने में एक सेमेस्टर को पूरा किया जाता है चारों सेमेस्टर पूरा होने में 2 वर्ष का समय लगता है जोकि M.Ed कोर्स का ड्यूरेशन माना जाता है।
बहुत सारे कॉलेजों में m.Ed कोर्स का ड्यूरेशन में थोड़ा बहुत अंतर होता है अर्थात किसी किसी कॉलेज में m.Ed कोर्स को करने में 2 वर्ष से भी ज्यादा का समय लग जाता है।
आप अपने नजदीकी कॉलेज में पता कर सकते हैं या आप जहा एडमिशन लेना चाहते हैं वहाँ पता कर सकते हैं कि वह पे कोर्स कि अवधि कितनी है।
आपको बता दें कि m.Ed कोर्स को करने के लिए 4 सेमेस्टर पूरा करना अनिवार्य होता है और 4 सेमेस्टर को पूरा करने में 2 वर्ष का समय लगता है प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीना का होता है।
किसी किसी कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम नहीं होता है उन कॉलेजों में फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर दो बार परीक्षा होता है उसके बाद m.Ed कंप्लीट हो जाता है।
लेकिन अधिकतर कॉलेजों में सेमेस्टर सिस्टम ही रहता है जो फर्स्ट ईयर में 2 सेमेस्टर और सेकंड ईयर में 2 सेमेस्टर कुल 4 सेमेस्टर को पढ़ना पड़ता है।
आपको बता दें की m.Ed कोर्स को उम्मीदवार शिक्षक बनने के लिए करते हैं लेकिन आपको बता दें कि m.Ed कोर्स को करने के बाद आप शिक्षक के अलावा भी कई सारे क्षेत्रों में अच्छे करियर बना सकते हैं।
जिन छात्रों का यह सवाल था कि m.Ed कितने साल का होता है तो उनके लिए बता दें कि यह एक सीधा सा उत्तर है कि m.Ed 2 साल का कोर्स होता है जिसमें 4 सेमेस्टर को पढ़ने पड़ते हैं।
चलिए अब हम जानते हैं कि m.Ed कोर्स में किन-किन सब्जेक्ट को पढ़ना पड़ता है और किन-किन सेमेस्टर में किन-किन सब्जेक्ट को पढ़ना पड़ता है जो कि निम्नलिखित है।
MEd कोर्स का सिलेबस
आपको बता दें कि m.Ed कोर्स सिलेबस अलग-अलग कॉलेज में अलग-अलग हो सकती है लेकिन कुछ पॉपुलर सिलेबस के बारे में जानते हैं जो अधिकतर कॉलेजों में होता है।
एम.एड. सिलेबस (सेमेस्टर I)
- फिलोसॉफिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन-I
- द मेथोडॉलजी ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च & एजुकेशनल स्टेटिस्टिक्स-I
- सोशियोलॉजिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन-I
- साइकोलॉजिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन-I
- रिसर्च कम्युनिकेशन & एक्सपोसिटरी राइटिंग स्किल्स
- इनफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन-(कोर्स V इस प्रैक्टिकल बेस)
एम.एड. सिलेबस (सेमेस्टर II)
- फिलोसॉफिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन-Il
- द मेथोडॉलजी ऑफ़ एजुकेशनल रिसर्च & एजुकेशनल स्टेटिस्टिक्स-Il
- सोशियोलॉजिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन-Il
- साइकोलॉजिकल फाउंडेशन ऑफ़ एजुकेशन-Il
- प्रपोजल प्रिपरेशन एंड प्रेजेंटेशन (डिसर्टेशन बेस्ड प्रैक्टिकम)
- एजुकेशनल डाटा एनालिसिस थ्रू स्टेटिस्टिकल पैकेजेस (कोर्स X इस प्रैक्टिकल बेस)
एम.एड. सिलेबस (सेमेस्टर III)
- करिकुलम स्टडीज-I
- कॉपरेटिव एजुकेशन-I
- डिसरटेशन/स्पेशल पेपर
- स्पेशल पेपर्स
- स्पेशलाइजेशन बेस्ड इंटरशिप
एम.एड. सिलेबस (सेमेस्टर IV)
- करिकुलम स्टडीज-II
- कॉपरेटिव एजुकेशन-II
- डिसरटेशन/स्पेशल पेपर
- स्पेशल पेपर्स
- इंटरशिप (इन टीचर एजुकेशन इंस्टीट्यूशन)
ऊपर दिए गए सब्जेक्ट को m.Ed के प्रत्येक सेमेस्टर में पढ़ाया जाता है सेमेस्टर वाइज सब्जेक्ट ऊपर दिए गए हैं आप जान सकते हैं कि किस सेमेस्टर में कौन-कौन से सब्जेक्ट पढ़ाया जाते हैं।.
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M ED करने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?
एम एड करने के लिए योग्यता की बात की जाए तो सबसे पहले आपको b.Ed कोर्स को करना होगा b.Ed कोर्स को करने के बाद ही आप m.Ed कोर्स को कर सकते हैं।
B.Ed करने के लिए सबसे पहले आपको 12वीं पास करनी होगी 12वीं पास करने के बाद आप चाहें तो b.Ed मैं अपना एडमिशन ले सकते हैं या आप स्नातक की भी पढ़ाई कर सकते हैं।
उसके बाद आप अभी ऐड कोर्स को करने b.Ed कोर्स को करने के लिए सबसे पहले b.Ed में एंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करने के बाद b.Ed में आपका एडमिशन होता है।
बीएड कंप्लीट होने के बाद आप m.Ed में अपना अप्लाई कर सकते हैं आपको बता दें कि m.Ed में भी इंट्रेंस एग्जाम लिया जाता है।
M.Ed का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर होने के बाद आपका m.Ed में एडमिशन हो जाता है और m.Ed में एडमिशन होने के बाद आप आसानी से एम एड कोर्स को कर सकते हैं।
M.Ed कोर्स को करने के बाद आप किसी भी स्कूल में सरकारी शिक्षक बन सकते हैं उसके लिए सरकारी शिक्षक बनाने के लिए फॉर्म अप्लाई करना पड़ता है और परीक्षा पास करने के बाद आप किसी भी स्कूल या कॉलेज में सरकारी शिक्षक बन सकते हैं।
M.Ed कोर्स को करने के बाद आप शिक्षक के अलावा भी किसी दूसरे क्षेत्र में भी अपना करियर बना सकते हैं जो काफी सारा अच्छा करियर बनाने वाला क्षेत्र मिल जाता है आपको।
शिक्षक बनने के लिए आप b.Ed कोर्स के बाद भी एक शिक्षक बन सकते हैं लेकिन यदि आप m.Ed कोर्स को कर सकते हैं तो आप आसानी से किसी भी कॉलेज में शिक्षक बन सकते हैं जो एक प्रोफेसर लेबल का एक सरकारी शिक्षक होता है।
बहुत सारे छात्र m.Ed कोर्स को करना चाहते हैं जिसमें काफी सारे छात्रों का यह सवाल था कि M.Ed कितने साल का कोर्स है? (M.Ed kitne saal ka course hai) (Duration of M.Ed Course) तो आप इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े हैं आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी।
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एम एड करने में कितना पैसा लगता है?
आपको बता दें कि m.Ed कोर्स को करने के लिए औसतन फीस ₹10000 से ₹50000 तक प्रति वर्ष होती है जिसमें m.Ed कोर्स को कंप्लीट होने में लगभग ₹20000 से ₹100000 तक खर्च हो जाती है।
अलग-अलग कॉलेजों में m.Ed कोर्स की फीस अलग-अलग होती है किसी किसी कॉलेजों में m.Ed कोर्स की फीस कम होती है तो किसी किसी कॉलेजों में एम एड की फीस अधिक होती है।
यदि आप m.Ed कोर्स को सरकारी कॉलेज से करते हैं तो आपको बता दें कि सरकारी कॉलेजों में m.Ed कोर्स की फीस बहुत कम होती है और आप वहां से आसानी से कम पैसे में m.Ed कोर्स को कर सकते हैं।
वही जल्दी आप m.Ed कोर्स को प्राइवेट कॉलेज से करते हैं तो आपको बता दें कि प्राइवेट कॉलेज में m.Ed कोर्स की फीस बहुत अधिक होती है।
यदि आप सरकारी कॉलेज m.Ed कोर्स को करते हैं तो वहां की फीस लगभग ₹10000 से ₹50000 तक प्रति वर्ष हो सकती है लेकिन यदि आप प्राइवेट कॉलेज से कोर्स को करते हैं तो प्राइवेट कॉलेज की फीस ₹50000 से ₹100000 तक प्रति वर्ष होती है।
यदि आप एक मिडिल क्लास फैमिली से बिलोंग करते हैं तो आपके लिए सरकारी कॉलेज सबसे अच्छा रहेगा क्योंकि सरकारी कॉलेज में m.Ed कोर्स की फीस बहुत कम होती है और वहां से आप आसानी से एम एड कोर्स को कर सकते हैं।
सरकारी कॉलेजों में m.ed में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम से गुजरना पड़ता है इसलिए आप इंट्रेंस एग्जाम की तैयारी पहले से कर लें और इंट्रेंस एग्जाम क्लियर होने के बाद आपका m.Ed में आसानी से एडमिशन हो जाता है।
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M ED करने के क्या फायदे हैं?
M.Ed कोर्स को करने के बाद आपको एक पोस्ट ग्रैजुएट की मास्टर डिग्री मिल जाती है जिसके तहत आप किसी भी कॉलेज में प्रोफेसर या लेक्चरर के लिए अप्लाई कर सकते हैं और एक प्रोफेसर बन सकते हैं।
यदि आप एक प्रोफेसर या लेक्चरर बनना चाहते हैं तो अब m.Ed कोर्स को कर लें क्योंकि हम एड कोर्स को करने के बाद ही आप एक प्रोफ़ेसर या लेक्चरर बन सकते हैं।
यदि आप b.Ed कोर्स को करते हैं तो b.Ed कोर्स को करने के बाद आप एक शिक्षक बन सकते हैं किसी भी स्कूल में सरकारी शिक्षक बन सकते हैं।
लेकिन यदि आप एक प्रोफेसर बनना चाहते हैं तो उसके लिए m.Ed कोर्स को करना अनिवार्य होता है क्योंकि m.Ed कोर्स को करने के बाद ही आप प्रोफेसर के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
M.Ed का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ एजुकेशन होता है जो एक प्रकार का पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स होता है अर्थात यदि आप m.Ed कोर्स को कर लेते हैं तो आपके पास पोस्ट ग्रेजुएशन का एक सर्टिफिकेट मिल जाता है जिसको मास्टर सर्टिफिकेट भी कहा जाता है।
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बी एड और एम एड में क्या अंतर है?
B.Ed का फुल फॉर्म बेचकर ऑफ एजुकेशन होता है वही एम एड का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ एजुकेशन होता है b.ed अंडर ग्रेजुएशन का कोर्स होता है तथा एम एड पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स होता है।
B.Ed कोर्स को करने के बाद आप आसानी से किसी भी स्कूल में शिक्षक बन सकते हैं लेकिन m.Ed कोर्स को करने के बाद आप किसी भी कॉलेज में प्रोफ़ेसर या लेक्चरर बन सकते हैं।
B.Ed कोर्स m.Ed कोर्स के पहले होता है और m.Ed कोर्स को करने के लिए आपको b.Ed कोर्स को करना होता है उसके बाद आप m.Ed कोर्स को कर सकते हैं।
B.Ed कोर्स बैचलर डिग्री होता है तथा m.Ed कोर्स मास्टर डिग्री होता है b.Ed कोर्स की वैल्यू मास्टर डिग्री के तुलना में कम होती है और m.Ed की वैल्यू b.Ed की तुलना में अधिक होती है।
B.Ed कोर्स अवेलेबल के शिक्षक बनने के लिए किया जाता है अर्थात यदि आप किसी भी स्कूल में शिक्षक बनना चाहते हैं तो आप b.Ed कोर्स को आसानी से कर सकते हैं।
लेकिन यदि आप किसी बड़े कॉलेज में पढ़ाना चाहते हैं या वहां पर प्रोफेसर या लेक्चरर बनना चाहते हैं तो आपको m.Ed कोर्स को करना अनिवार्य होता है।
क्योंकि m.Ed कोर्स को करने के बाद ही आप प्रोफेसर आया लेक्चरर के लिए अप्लाई कर सकते हैं और किसी भी कॉलेज में प्रोफ़ेसर या लेक्चरर बन सकते हैं।
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M ED में कितने सब्जेक्ट होते हैं?
M.Ed में लगभग 10 सब्जेक्ट होते हैं लेकिन पूरा m.Ed को कंप्लीट करने के लिए लगभग 20 सब्जेक्ट को पढ़ने पड़ते हैं जिसमें 10 ऑप्शनल सब्जेक्ट होते हैं।
चलिए जानते हैं कि हम एड कोर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं और कौन-कौन से स्पेशलाइजेशन होते हैं जो कि अलग-अलग कॉलेजों में अलग-अलग होते हैं लेकिन अधिकतर कॉलेजों में उपलब्ध होते हैं वह निम्नलिखित है।
- एजुकेशनल मैनेजमेंट
- एजुकेशनल टेक्नोलॉजी
- वीमेन स्टडी
- स्पेशल एजुकेशन
- टीचर एजुकेशन
- लैंग्वेज एजुकेशन
- गाइडेंस & काउंसलिंग
- योग एजुकेशन
- लर्निंग एनवायरनमेंट
- रूरल एजुकेशन
उपरोक्त दिए गए सब्जेक्ट को m.Ed कोर्स में पढ़ाया जाता है और इसके अलावा भी कई सारे इसके इसके बारे में बताया जाता है जो m.Ed कोर्स को पूरा करता है।
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M ED कब किया जाता है?
B.Ed कोर्स को करने के बाद m.Ed कोर्स को किया जाता है यदि अप b.Ed कोर्स को नहीं किए हैं तो m.Ed कोर्स को नहीं कर सकते हैं।
M.Ed कोर्स 2 वर्ष का पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स होता है जिस कोर्स को b.Ed करने के बाद आसानी से किया जा सकता है m.Ed कोर्स में 4 सेमेस्टर होते हैं जो 2 वर्ष में पूरा कराए जाते हैं।
M.Ed कोर्स का फुल फॉर्म मास्टर ऑफ एजुकेशन होता है जो 2 वर्षीय एक स्नातकोत्तर या पोस्ट ग्रेजुएशन का कोर्स होता है जिसे करने के बाद कोई भी उम्मीदवार किसी भी कॉलेज में प्रोफेसर या लेक्चरर बनने के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
M.Ed कोर्स में शिक्षकों को उनके शिक्षण कौशल को अधिक बेहतर बनाने के लिए विभिन्न तरीकों और तकनीकों के बारे में सिखाया जाता है तथा कई सारे स्किल के बारे में भी बताया जाता है जिससे कोई भी उम्मीदवार आसानी से बच्चे को पढ़ा सकते हैं।
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CONCLUSION :- M.Ed kitne saal ka course hai
आपके इस लेख के माध्यम से हमने जाना कि M.Ed कितने साल का कोर्स है? (M.Ed kitne saal ka course hai) (Duration of M.Ed Course) और इसके साथ ही M.Ed से संबंधित और भी कई सारे लोगों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब आज हमने जाना।
आज का यह लेख “M.Ed कितने साल का कोर्स है? (M.Ed kitne saal ka course hai) (Duration of M.Ed Course)” आपको कैसा लगा आप अपना राय जरूर दें और यदि आपके मन में M.Ed से संबंधित किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप अपना सवाल पूछ सकते हैं, जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब देने का मैं कोशिश करूंगा।