हेलो दोस्तों आज के इस लेख (article) के माध्यम से हम बात करने वाले हैं कि साइंस में कौन-कौन सी जॉब होती है? (Science Mein Kaun Kaun Si Job Hoti Hai) और साथ ही यह भी बात करने वाले हैं कि साइंस की पढ़ाई करके विद्यार्थी कौन-कौन सी नौकरियां ले सकते हैं? साइंस में नौकरी करने की कौन-कौन से प्रोसेस होती है?
अक्सर छात्रों के मन में यह सवाल होता है कि साइंस की पढ़ाई करने के बाद “साइंस में कौन-कौन सी जॉब होती है (Science Mein Kaun Kaun Si Job Hoti Hai)” तो दोस्तों आज के इस लेख (article) में इसी विषय पर बात करने वाले हैं तो दोस्तों इस लेख (article) को पूरा अंत तक जरूर पढ़ें, ताकि आपको बारीकी से संपूर्ण जानकारी मिल सके।
दोस्तों वर्तमान समय में यदि छात्रों की बात करें तो उनमें से ज्यादातर छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करके एक अच्छी से अच्छी नौकरी लेना चाहते हैं, ताकि भविष्य अच्छा हो सके। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद एक अच्छा जॉब पाना ही ज्यादातर विद्यार्थियों की इच्छा होती है।
अपनी पसंद का काम करने या जॉब पाने के लिए विद्यार्थी अलग-अलग क्षेत्र का चुनाव करके अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करते हैं।
जब हम अलग-अलग विषयों की बात करते हैं तो ‘साइंस’ सबसे मुख्य विषयों में आता है। बहुत से विद्यार्थी साइंस या कहें साइंस के अंतर्गत आने वाले अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करके अच्छी जॉब करना चाहते हैं।
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Science में कौन कौन सी जॉब होती है? || Science Mein Kaun Kaun Si Job Hoti Hai
साइंस की बात करें तो इतना हम सब को पता है कि साइंस स्ट्रीम 10वीं कक्षा के बाद छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय करियर स्ट्रीम है।
अच्छा करियर बनाने की सोचने वाले छात्र दूसरे स्ट्रीम्स के मुकाबले science को ही prefer करते हैं। इस स्ट्रीम की लोकप्रियता का मुख्य कारण इसका भविष्य में छात्रों के लिए कई आकर्षक करियर के अवसर उपलब्ध कराना होता है।
दसवीं पास करने के बाद साइंस स्ट्रीम चुनने के बाद विद्यार्थियों के लिए करियर का दायरा काफी विशाल हो जाता है। साइंस स्ट्रीम वाले आगे चलकर किसी भी स्ट्रीम की पढ़ाई कर सकते हैं, तथा किसी भी क्षेत्र में जा सकते हैं और अपना करियर बना सकते हैं।
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साइंस ग्रेजुएट्स के लिए जॉब्स
बीएससी करने के बाद आपके पास जॉब के काफी ज्यादा विकल्प होते हैं। साइंस ग्रेजुएट्स अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री के बाद सरकारी और प्राइवेट दोनों सेक्टर में जॉब कर सकते हैं। आप नीचे दिए गए सेक्टर्स में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- हॉस्पिटल्स
- एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स
- स्पेस रिसर्च इंस्टिट्यूट्स
- हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स
- केमिकल इंडस्ट्रीज
- टेस्टिंग इंस्टिट्यूट्स
- जियोलाजिकल सर्वे इंस्टिट्यूट्स
- साइंस ग्रेजुएट्स मार्केटिंग
- साइंस ग्रेजुएट्स मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव
- कंसलटेंट
- जूनियर क्लिनिकल रिसर्च इंजीनियर
- बैंकिंग, रेलवे, एसएससी
- भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण संस्थान
- पुलिस विभाग और सेना
- आईएएस, आईपीएस
मैथ्स ग्रुप के स्टूडेंट्स के लिए जॉब्स
जब करियर के अवसरों की बात आती है तो मैथ्स ग्रुप के स्टूडेंट्स को बड़ा फायदा होता है। अपने कोर्स के आधार पर वे निम्नलिखित विकल्प चुन सकते हैं। :-
- मैनेजर
- साइंटिस्ट
- कंप्यूटर विशेषज्ञ
- सरकारी कर्मचारी
- पायलट
- इंजीनियर
- फार्मासिस्ट
- आर्किटेक्ट्स
- लॉयर
- डिजाइनर
- टीचर
आदि और भी बहुत कुछ बन सकते हैं।
हमने ऊपर बताया कि साइंस स्ट्रीम के विद्यार्थी आगे चलकर दूसरे किसी स्ट्रीम के सब्जेक्ट की भी पढ़ाई कर सकते हैं और उसमें भी अपना करियर बना सकते हैं।
तो देखा जाए तो यह कहा जा सकता है कि मेडिकल लाइन को छोड़कर साइंस स्ट्रीम के मैथ चुनने वाले विद्यार्थी किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं।
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बायोलॉजी विषय में जॉब्स
Science में बायोलॉजी चुनने वालों के लिए करियर का दायरा काफी आकर्षक है। अपने कोर्स के आधार पर वे
- नर्स
- फार्मासिस्ट
- डॉक्टर
- दंत चिकित्सक
- ऑर्थोडोन्टिस्ट
- साइंटिस्ट
आदि के अलावा और भी कई ऑप्शन होते हैं।
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वे किसी क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट या वन विभाग आदि में भी नौकरी ले सकते हैं। फिर इनके पास टीचर, लॉयर, डिजाइनर और इत्यादि जैसे गैर-साइंस करियर विकल्पों को चुनने की स्वतंत्रता तो होती ही है।
दुसरे courses में ये विद्यार्थी BAMS (आयुर्वेद), BHMS (होम्योपैथी), B.PHARMA (फार्मेसी), BTP (फिजियोथेरेपी), BDS (दंत चिकत्सा), BMS (यूनानी चिकित्सा), BASLP (ऑडियोलॉजी और स्पीच-लैंग्वेज थेरेपी) आदि करके भी विद्यार्थी अच्छा करियर बना सकते हैं।
इंजीनियरिंग जॉब्स
इंजीनियरिंग उन स्टूडेंट्स के लिए सबसे लोकप्रिय करियर ऑप्शन है, जो साइंस स्ट्रीम चुनते हैं। हर साल, लगभग 11 लाख साइंस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स जेईई इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम में बैठते हैं, जो स्पष्ट रूप से इस ऑप्शन के महत्व और लोकप्रियता को साबित करता है।
इंजीनियरिंग स्ट्रीम वाले स्टूडेंट्स देश के आईआईटी जैसे प्रमुख टेक्नोलॉजी स्कूल्स में पढ़ने का अवसर पाते हैं। इसके अतिरिक्त इंजीनियरिंग में कई स्पेशलाइजेशन सब्जेक्ट्स और सबडोमेन हैं जिनका चयन स्टूडेंट्स अपनी योग्यता तथा रूचि एवं वरीयता के आधार पर कर सकते हैं। उनमें से कुछ विशेष स्पेशलाइजेशन निम्नलिखित हैं। : –
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- केमिकल इंजीनियरिंग
- कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग
मेडिकल सेक्टर
साइंस धारा स्टूडेंट्स के लिए मेडिकल या मेडिसिन भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण करियर ऑप्शन है।
पीसीबी / पीसीएमबी ग्रुप वाले स्टूडेंट्स अंडरग्रेजुएट तथा पोस्टग्रेजुएट लेवल पर मेडिकल सेक्टर का चयन कर सकते हैं।
अंडर ग्रेजुएट लेवल पर स्टूडेंट्स एमबीबीएस का चयन करते हैं। एमबीबीएस एक बहुत ही लोकप्रिय मेडिकल कोर्स है। कुछ अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स निम्नलिखित दिए गए हैं। :-
अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स
- बीडीएस (दंत चिकत्सा)
- बीएएमएस (आयुर्वेद)
- बीएचएमएस (होम्योपैथी)
- बी.फार्मा (फार्मेसी)
- बीपीटी (फिजियोथेरेपी)
- बम्स (यूनानी चिकित्सा)
- बीएएसएलपी (ऑडियोलॉजी और स्पीच-लैंग्वेज थेरेपी)
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मेडिकल ग्रुप स्टूडेंट्स के लिए बैचलर डिग्री कोर्स
मैथ्स ग्रुप के स्टूडेंट्स की तरह ही बायोलॉजी ग्रुप वाले स्टूडेंट्स अगर मेडिकल फील्ड में नहीं जाना चाहते हैं तो वे बैचलर डिग्री के कोर्सेस का चयन कर सकते हैं। इसके लिए स्टूडेंट्स के किसी एक विषय में विशेषज्ञता हासिल करने के उद्देश्य से किसी भी विषय में ऑनर्स करना पड़ता है।
इस कोर्स को करने के बाद स्टूडेंट्स रिसर्च फील्ड में जा सकते हैं या फिर वे टीचिंग को भी अपना करियर बना सकते हैं। मेडिकल ग्रुप वाले स्टूडेंट्स के लिए लोकप्रिय बैचलर डिग्री कोर्स निम्नलिखित है
- बीएससी बायोकेमेस्ट्री
- बीएससी बायोलॉजी
- बीएससी एनवायरनमेंट साइंस
- बीएससी बायोटेक्नोलॉजी
- बीएससी नर्सिंग
- बीएससी अक्यूपेशनल थेरेपी
- बीएससी फिजियोथेरेपी
- बीएससी रेडियोलोजी
- बीएससी बायो इन्फॉर्मेटिक्स
- बीएससी एन्थ्रोपोलॉजी
- बीएससी माइक्रोबायोलॉजी
- बीएससी जुलॉजी
- बीएससी फोरेंसिक साइंस
- बीएससी एग्रिकल्चर
- बीएससी पैथोलॉजी
- बिजनेस
बिजनेस एंड मैनेजमेंट भी एक कोर्स है, जिसका चयन साइंस स्ट्रीम वाले स्टूडेंट्स कर सकते हैं। इस फील्ड में करियर तथा एकेडमिक स्कोप बहुत बढ़िया हैं। बहुत सारे ग्रेजुएट लेवल बिजनेस मैनेजमेंट कोर्सेज स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए उपलब्ध हैं, जिनका चयन वे अपनी परिस्थिति तथा रूचि के आधार पर कर सकते हैं। कुछ विशेष कोर्सेस निम्नलिखित हैं। : –
- बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए)
- बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज़ (बीएमएस)
- बैचलर ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (बीएमएम)
- बैचलर ऑफ होटल मैनेजमेंट (बीएचएम)
- इंटीग्रेटेड बीबीए + एमबीए प्रोग्राम (5 साल)
मैथ्स ग्रुप्स के स्टूडेंट्स के लिए अंडर ग्रेजुएट कोर्सेस
यदि आपकी रूचि इंजीनियरिंग में नहीं है तो आप तीन साल का रेगुलर ग्रेजुएशन कोर्स का भी चयन कर सकते हैं। ये कोर्स देश के लगभग सभी यूनिवर्सिटीज द्वारा ऑफर किये जाते हैं। ये कोर्सेज रेगुलर कोर्सेज होते हैं, तथा आपको उनमें से किसी एक सब्जेक्ट में ऑनर्स करना पड़ता है।
इसके अंतर्गत विषय के थियरेटिकल पहलुओं के साथ साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर भी व्यापक और विशेष जोर दिया जाता है। मैथ्स ग्रुप के स्टूडेंट्स के लिए कुछ लोकप्रिय अंडर ग्रेजुएट कोर्सेस निम्नलिखित हैं:
- बीएससी आईटी
- बीएससी कंप्यूटर साइंस
- बीएससी केमेस्ट्री
- बीएससी मैथेमेटिक्स
- बीएससी फिजिक्स
- बीएससी होटल मैनेजमेंट
- बीएससी नौटिकल साइंस
- बीएससी इलेक्ट्रानिक्स
- बीएससी इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन
Conclusion
ऊपर दिए गए लेख में हमने मुख्य तौर पर साइंस में कौन-कौन सी जॉब होती है? (Science Mein Kaun Kaun Si Job Hoti Hai) इसके बारे में चर्चा की है।
उम्मीद करता हूँ आपको यह लेख अच्छा लगा होगा यदि अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि उन्हें भी पता चल सके धन्यवाद।
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