कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं | Commerce subject list in hindi

कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं (Commerce subject list in hindi) (commerce mein kaun kaun se subject hote Hain) आज के इस लेख के माध्यम से हम जानने वाले हैं और साथ ही कॉमर्स से संबंधित कई सारे सवालों का जवाब भी आज हम जानेंगे।

कॉमर्स के बारे में आपको बता दें कि कॉमर्स स्ट्रीम को दसवीं पास करने के बाद चुना जाता है अर्थात जब 11वीं 12वीं में एडमिशन लेते हैं तो वहां पर आपको स्ट्रीम का ऑप्शन चुनना पड़ता है।

बहुत सारे छात्र कॉमर्स की पढ़ाई करना चाहते हैं और कॉमर्स के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं ऐसे में काफी सारे लोग कॉमर्स के बारे में अच्छे से जाना ना चाहते हैं ताकि कॉमर्स में अपना करियर बना सके।

कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं | Commerce subject list in hindi | commerce mein kon kon se subject hote Hain
कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं | Commerce subject list in hindi | commerce mein kon kon se subject hote Hain

बहुत सारे छात्र कॉमर्स की पढ़ाई करना चाहते हैं और कॉमर्स में अपना करियर बनाना चाहते हैं ऐसे में काफी सारे छात्रों का यह सवाल है कि कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं (Commerce subject list in hindi) (commerce mein kaun kaun se subject hote Hain)।

आज के इस लेख के माध्यम से हम इसके बारे में बारीकी से बात करने वाले हैं तो आप इस लेख को पूरा अंत तक पढ़े ताकि आपको सभी प्रकार की जानकारी अच्छे से समझ में आ जाए।

Table of Contents

कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं (Commerce subject list in hindi)

कॉमर्स में सब्जेक्ट की बात की जाए तो एकाउंटेंसी, अर्थशास्त्र, बिजनेस स्टडीज, अंग्रेज़ी, business गणित, इंफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिस, एंटरप्रेन्योरशिप  इत्यादि सब्जेक्ट होते हैं।

कॉमर्स के सभी सब्जेक्ट को नीचे दिया गया है लेकिन semester wise सब्जेक्ट किसी किसी कॉलेज में अलग अलग हो सकती है, क्युकी सभी कॉलेज अपने स्तर से सब्जेक्ट सेट करते हैं, तथा किसी किसी कॉलेज में सब्जेक्ट भी चेंज हो सकता है।

कॉमर्स में बहुत सारे सब्जेक्ट होते हैं लेकिन ऊपर दिए गए सब्जेक्ट ही मैन सब्जेक्ट होते हैं इसी का अलग-अलग पार्ट बनाकर सब्जेक्ट के रूप में आगे पढ़ाई की जाती है।

यदि आप कॉमर्स की पढ़ाई कर रहे हैं और यदि एक 11 में 12वीं कक्षा में आप पढ़ाई करते हैं तो 11वीं और 12वीं कक्षा में कॉमर्स में निम्नलिखित सब्जेक्ट होते हैं।

कॉमर्स में 11वीं 12वीं कक्षा के सब्जेक्ट 

मुख्य विषय 
  • Accountancy
  • इकोनॉमिक्स
  • बिजनेस स्टडीज
  • इंग्लिश

ऊपर दिए गए सब्जेक्ट को मुख्य सब्जेक्ट माना जाता है इन सब्जेक्ट की पढ़ाई करनी अनिवार्य होती है इसके अलावा कुछ ऑप्शनल सब्जेक्ट की भी पढ़ाई करनी होती है जिसे आप अपने अनुसार से चुनाव कर सकते हैं।

वैकल्पिक विषय
  • Business studies
  • Business mathematics
  • entrepreneurship 
  • भाषा अध्ययन (Hindi, English)

ऊपर दिए गए सब्जेक्ट ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में माना जाता है जिसका चुनाव आप अपना अनुसार से कर सकते हैं जिस विषय की आपको पढ़ाई करनी होती है उस विषय का चुनाव आप कर सकते।

11वीं और 12वीं कक्षा में ऊपर दिए गए सब्जेक्ट की पढ़ाई की जाती है जिसमें से पांच विषय को पढ़ना पड़ता है जिसमें अकाउंटेंसी अनिवार्य विषय माना जाता है।

बिजनेस स्टडीज इकोनॉमिक्स और एंटरप्रेन्योरशिप 3 ऑप्शनल सब्जेक्ट होते हैं इन तीनों में से जिन जिन सब्जेक्ट की पढ़ाई करनी होती है उनका चुनाव आप कर सकते हैं।

ऊपर हमने जाना कि ये 11वीं और 12वीं में कॉमर्स में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं चलिए अब हम जानते हैं कि इसके बाद बीकॉम में कौन-कौन से सब्जेक्ट होते हैं जो कि निम्नलिखित है।

बी कॉम विषय सूची

आपको बता दें कि बीकॉम 3 वर्ष का कोर्स होता है जिसे 6 सेमेस्टर में विभाजित किया गया है और प्रत्येक सेमेस्टर में लगभग 5 सब्जेक्ट की पढ़ाई करनी होती है जिसमें दो से तीन सब्जेक्ट ऑप्शनल होते हैं जिसका चुनाव आप कर सकते हैं।

चलिए अब हम प्रत्येक सेमेस्टर वाइज जानते हैं कि कौन कौन से सेमेस्टर में कौन-कौन सब्जेक्ट की पढ़ाई करनी होती है जो कि निम्नलिखित है।

सेमेस्टर I
  • व्यापार अर्थशास्त्र-I
  • वित्तीय लेखांकन के सिद्धांत
  • वाणिज्यिक कानून
  • अंग्रेजी और व्यावसायिक संचार
  • प्रबंधकों के लिए अंतःविषय मनोविज्ञान
  • प्रबंधन के सिद्धांत और व्यवहार
सेमेस्टर II
  • अंतःविषय ई-कॉमर्स
  • व्यापार कानून
  • व्यापार अर्थशास्त्र – II
  • अंग्रेजी और व्यावसायिक संचार
  • निगमित लेखांकन
सेमेस्टर III
  • लागत लेखांकन
  • अप्रत्यक्ष कर कानून
  • भारतीय वाणिज्य में अंतःविषय मुद्दे
  • व्यापार गणित और सांख्यिकी
  • कंपनी लॉ
  • बैंकिंग और बीमा
सेमेस्टर IV
  • अंतःविषय सुरक्षा विश्लेषण और पोर्टफोलियो प्रबंधन
  • मात्रात्मक तकनीक और तरीके
  • विपणन प्रबंधन
  • लागत प्रबंधन
सेमेस्टर V
  • आयकर कानून
  • उद्यमिता और लघु व्यवसाय
  • भारतीय अर्थव्यवस्था
  • प्रबंधन लेखांकन
  • उत्पादन और संचालन प्रबंधन
  • वित्तीय बाजार और सेवाएं
सेमेस्टर VI
  • प्रत्यक्ष कर कानून
  • आपरेशनल रिसर्च
  • वित्तीय रिपोर्टिंग में मुद्दे
  • वित्तीय प्रबंधन
  • सामाजिक और व्यावसायिक नैतिकता
  • भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्रीय पहलू

ऊपर हमने जाना कि कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं (Commerce subject list in hindi) (commerce mein kaun kaun se subject hote Hain) जिसमें ग्यारहवीं बारहवीं तथा स्नातक तक की सब्जेक्ट के बारे में उल्लेख किया गया है।

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कॉमर्स में कौन कौन सी नौकरी मिलती है?

कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद आप कई सारे बहुत सारे नौकरी का अवसर प्राप्त कर सकते हैं जिसमें से मुख्य चार्टर्ड अकाउंटेंट, मार्केटिंग मैनेजर, कॉस्ट अकाउंटेंट, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर इत्यादि नौकरी आप कर सकते हैं।

कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद आप बैंक सेक्टर में नौकरी कर सकते हैं अर्थात बैंक पीओ बन सकते हैं बैंक मैनेजर बन सकते हैं या बैंक में कैशियर का अभी जॉब कर सकते हैं।

कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद आप एक लेखापाल अकाउंटेंट बन सकते हैं जो कि काफी डिमांड में रहती है अकाउंटेंट बनकर आप कहीं भी प्राइवेट सेक्टर में आसानी से जो प्राप्त कर सकते हैं।

चलिए अब हम जानते हैं कि कॉमर्स में कौन-कौन सी नौकरी होती है जो कि पॉपुलर मानी जाती है और जो मुख्य होती है जो कि निम्नलिखित है।

  • चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA)
  • ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर (HR Manager)
  • मार्केटिंग मैनेजर (Marketing Manager)
  • कॉस्ट अकाउंटेंट (Cost Accountant)
  • चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट (CFA)
  • सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटेंट (CPA)
  • इन्वेस्टमेंट बैंकर (Investment Banker)
  • एक्टुअरी (Actuary)

ऊपर दिए गए क्षेत्र में आप अपना करियर बना सकते हैं और नौकरी कर सकते हैं आपको बता दें कि ऊपर जितने भी नौकरियों के बारे में दिया गया है सब पॉपुलर नौकरी माने जाती है और सब की सैलरी अच्छी खासी होती है।

यदि आप एक चार्टर्ड अकाउंटेंट बनके नौकरी करना चाहते हैं तो आपको बता दें कि चार्टर्ड अकाउंटेंट की सैलरी लगभग ₹50000 से ₹200000 तक होती है जो कि किसी भी प्राइवेट या सरकारी कंपनी में आपको नौकरी आसानी से मिल सकती है।

यदि आप हिमानी सोर्स मैनेजर बनना चाहते हैं तो इसमें भी अच्छी खासी सैलरी आपको दी जाती है जिसमें लगभग ₹50000 से ₹100000 तक आपकी सैलरी होती है जो कि किसी भी सरकारी या प्राइवेट कंपनी में आपको आसानी से जॉब मिल जाती है।

जरुर पढ़ें :-कॉमर्स में कौन-कौन सी जॉब होती है?

बीकॉम करने के बाद क्या करना चाहिए?

झरिया बीकॉम की पढ़ाई कर लिए हैं और आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप एमकॉम की पढ़ाई कर सकते हैं और साथ ही आप पार्ट टाइम जॉब भी कर सकते हैं जो कि आपको आसानी से अकाउंटेंट का जवाब मिल जाएगा।

यदि आप एक मिडिल क्लास फैमिली से बिलॉन्ग करते हैं तो बीकॉम की पढ़ाई के बाद आपको एक जॉब की जरूरत होगी क्योंकि आपको आसानी से किसी भी प्राइवेट कंपनी में अकाउंटेंट की जॉब मिल जाएगी।

निकम करने के बाद यदि आप आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो बहुत सारे क्षेत्र हैं जिसमें आप बीकॉम के बाद पढ़ाई कर सकते हैं जो कि निम्नलिखित है।

  • मास्टर ऑफ़ कॉमर्स M.Com
  • चार्टर्ड एकाउंटेंट CA
  • फाइनेंसियल रिस्क मैनेजमेंट 
  • एमबीए इन फाइनेंस
  • सीएस
  • सर्टिफाइड मैनेजमेंट अकाउंटेंट 
  • सीएफए 

ऊपर दिए गए किसी क्षेत्र में आप जा सकते हैं और बीकॉम करने के बाद आप किसी भी कोर्स को आसानी से कर सकते हैं।

यदि आप चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहते हैं तो बीकॉम करने के बाद आप चार्टर्ड अकाउंटेंट में अपना एडमिशन करवा सकते हैं जो कि बीकॉम के बाद लगभग 3 वर्ष से 4 वर्ष का कोर्स होता है।

चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के बाद आप आसानी से किसी भी कंपनी में जॉब कर सकते हैं जो कि किसी भी सरकारी या प्राइवेट कंपनी में आप को सैलरी लगभग 50000 से ₹100000 तक दी जाती है।

निगम करने के बाद आप एमबीए भी कर सकते हैं एमबीए करने के बाद भी आपको किसी भी प्राइवेट है सरकारी कंपनी में आसानी से जॉब मिल जाती है इसकी सैलरी भी अच्छी खासी होती है।

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कॉमर्स करने का क्या फायदा है?

कॉमर्स करने के बाद आप एकाउंटिंग तथा फाइनेंस ऑपरेशन या टैक्सेशन जैसे फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं जो कि व्यवसाय के लिए बहुत ही लाभदायक कोर्स कॉमर्स माना जाता है।

यदि आप व्यवसाय के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो कॉमर्स सबसे अच्छा कोर्स माना जाता है क्योंकि कॉमर्स में ही व्यवसाय से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी दी जाती है।

यदि आप प्राइवेट कंपनी में जॉब करना चाहते हैं तो कॉमर्स सबसे महत्वपूर्ण और पॉपुलर कोर्स माना जाता है क्योंकि कॉमर्स करने के बाद आप किसी भी प्राइवेट कंपनी में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं।

कॉमर्स की पढ़ाई करने पर आप 12वीं पास से ही जो प्राप्त कर सकते हैं और यदि आप स्नातक की पढ़ाई कर लेते हैं तो आपको आसानी से किसी भी कंपनी में जॉब मिल जाती है।

कॉमर्स एक ऐसा स्ट्रीम माना जाता है जिसमें कम पढ़ाई करने पर भी आपको एक अच्छी खासी सैलरी वाला जॉब मिल जाता है जो किसी भी प्राइवेट कंपनी में आसानी से आपको मिल जाता है।

कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद इंश्योरेंस के फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं और इंश्योरेंस के फिल्में आप सरकारी नौकरी भी प्राप्त कर सकते हैं जो कि कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद ही पॉसिबल होती है।

कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद आप इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ऑफिसर भी बन सकते हैं क्योंकि इनकम टैक्स ऑफिसर बनने के लिए कॉमर्स की पढ़ाई अनिवार्य मानी जाती है।

कॉमर्स के बहुत सारे ऐसे फायदे हैं जिसे आप करने के बाद किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं और कॉमर्स की पढ़ाई सबसे लोकप्रिय पढ़ाई मानी जाती है और सबसे आसान पढ़ाई भी कॉमर्स ही होती है।

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कॉमर्स को हिंदी में क्या कहते हैं?

कॉमर्स को हिंदी में वाणिज्य कहा जाता है आसान भाषा में बात करें तो कॉमर्स उत्पादन या व्यवसाय का एक भाग होता है जिसमें वस्तुओं तथा सेवाओं से संबंधित जानकारी दी जाती है।

कॉमर्स में कई सारे विषयों को पढ़ाया जाता है जिसमें कई सारे व्यवसाय करने के तरीके तथा इसके इसके बारे में बताया जाता है जिसे पढ़ने के बाद कोई भी व्यक्ति आसानी से व्यवसाय के क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है।

यदि कोई व्यवसाय कंपनी में कार्य करना चाहता है या जॉब करना चाहता है तो वह कॉमर्स की पढ़ाई अवश्य करें क्योंकि कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद आपको आसानी से किसी भी कंपनी में जॉब मिल जाती है।

कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद यदि आप चार्टर्ड अकाउंटेंट बन जाते हैं तो आपको आसानी से किसी भी कंपनी में जॉब मिल जाती है और आपकी सैलरी लगभग ₹50000 से ₹100000 तक आसानी से मिलती है।

कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद बैंकिंग क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं बैंक पीओ बन सकते हैं या बैंक मैनेजर बन सकते हैं और यदि आप इनकम टैक्स ऑफिसर बनना चाहते हैं तो इनकम टैक्स ऑफिसर भी आप कॉमर्स की पढ़ाई करके बन सकते हैं।

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भारत में कॉमर्स के कितने छात्र हैं?

भारत में कॉमर्स पढ़ने वाले छात्रों की बात करें तो लगभग 40 से 50 लाख विद्यार्थी कॉमर्स की पढ़ाई करते हैं जोकि तीसरे स्थान पर आते हैं।

कॉमर्स की पढ़ाई एक बहुत ही आसान पढ़ाई भी मानी जाती है क्योंकि कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद अब काफी कम समय में किसी भी प्राइवेट कंपनी में आसानी से जॉब प्राप्त कर सकते हैं।

कॉमर्स की पढ़ाई बहुत ही पॉपुलर पढ़ाई भी मानी जाती है क्योंकि इस पढ़ाई में आपको काफी कम समय में पार्ट टाइम या फुल टाइम जॉब आसानी से किसी भी प्राइवेट सेक्टर में आपको मिल जाती है।

कॉमर्स की पढ़ाई करके आप 12वीं पास करते हैं तो आपको किसी भी छोटे-मोटे उद्योगपतियों के दुकान में आपको आसानी से अकाउंटेंट का जॉब मिल जाता है जिसे आप पार्ट टाइम या फुल टाइम कार्य करके अपना पढ़ाई को जारी भी रख सकते हैं।

आपको बताना कि बहुत सारे छात्र मिडल क्लास फैमिली से बिलोंग करते हैं जिसे अपनी पढ़ाई का खर्चा खुद उठाना पड़ता है तो उसके लिए कॉमर्स बहुत ही अच्छा स्ट्रीम माना जाता है।

क्योंकि कॉमर्स स्ट्रीम रखकर आप जल्दी पढ़ाई करते हैं तो आपको काफी कम पढ़ाई करने के बाद प्राइवेट सेक्टर में जॉब मिल जाती है जिसे आप पार्ट टाइम जॉब करके आप अपना आगे के पढ़ाई भी जारी रख सकते हैं।

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CONCLUSION :- commerce mein kon kon se subject hote Hain

आपके इस लेख के माध्यम से हमने जाना कि कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं (Commerce subject list in hindi) (commerce mein kaun kaun se subject hote Hain) और इसके साथ ही एलएलबी से संबंधित और भी कई सारे लोगों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब आज हमने जाना। 

आज का यह लेख “कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट होते हैं (Commerce subject list in hindi) (commerce mein kaun kaun se subject hote Hain)”  आपको कैसा लगा आप अपना राय जरूर दें और यदि आपके मन में एलएलबी से संबंधित किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप अपना सवाल पूछ सकते हैं, जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब देने का मैं कोशिश करूंगा। 

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